यह मौसम भी
यह मौसम भी
अपने हृदय से निकला
एक गीत सुनाते सुनाते कहीं
खामोश हो जाता है
खुद भी सोच में कहीं पड़
जाता है
दूसरों को भी एक गहरी सोच में
डाल देता है
प्यार के धरातल पर
खींचकर सबको
अपनी अपनी यादों की
मधुर धुन में
मन ही मन गुनगुनाने का
आंखों ही आंखों में
इशारा करता है।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001