यह मन बड़ा बुद्धू है !!
#ये मन बङा ही बुध्धु है
जो हर पल मचलता ही रहता हैं
#कभी ताज़ से खूबसूरत होने को करता हैं
कभी कुतुबमीनार पर चढ़कर सेल्फ़ी लेने को करता है
#कभी समुंद के अंदर घर बनाने की ज़िद करता है
अगले ही पल Hanging restro मे चला जाता हैं
#ये मन बङा ही बुध्धु है
जो 7G से भी फास्ट चलता है
#एक पल मे यहाँ तो अगले पल सात समुन्द पार ्र जाता हैं
कभी panguine से hand shake करने को कह्ता है
#कभी मोर की तरह नाचने को करता है
ह्रितिक से कदम से कदम मिलाने को करता है
जस्टिन बीबर से साथ गाने को करता है
#ये मन बङा ही बुध्धु है
कभी लड़ता है कभी रूठ जाता है
कभी बच्चा बन मस्ती करने को करता है
#फ़िर white house मे dinner खाने को करता है
एक second में मज़्हब बदल लेता है
#कभी हिंदू तो कभी मुस्लिम बन जाता है
ये परवाह नहीं करता बस चलता ही रहता हैं
#कभी शार्क के साथ गोते लगाता हैं
कभी बर्फ़ की सफ़ेद चादर में सिमट जाता है
#कभी सत्संग तो कभी मयखाना चला जाता है
कभी गज़ल पढ़ता हैं कभी आयत दोहराता है
#ये मन भी ना हवा से तेज़ चलता है
कभी शायर तो कभी कवि बन जाता हैं
#ये मन बङा ही बुध्धु है
कभी इमानदार तो कभी बैइमान बन जाता है…
युक्ति वार्ष्णेय सरला