यह मजहब क्या बला है ?
क्या मालिक ने सबको अलग अलग बनाया?
क्या सभी को खून का रंग भी अलग दिया ?
किसी अस्थि पंजर को देखकर कुछ अनुमान लगता है?
क्या कोई मृत लाश बता सकती है अपना मजहब ?
क्या एक नवजात शिशु बता सकता है अपना धर्म?
अगर इन सब का जवाब नहीं है तो यह मजहब किसने बनाए ?
खुदा को अलग अलग नाम किसने दिया ?
मंदिर मस्जिद ,,गुरुद्वारा और गिरिजाघर किसने खड़े किए ?
राम ,रहीम , जॉन और जगप्रीत सिंह यह नामों का वर्गीकरण किसने किया ?
इन सब का एक ही जवाब ” इंसान ” !
तो इंसान ही जिम्मेदार है धर्म को बनाने वाला और इंसान ही है धार्मिक भेदभाव का सूत्रधार ।
बहुत बड़े ज्ञानी है महोदय ,! यह आज के मनुष्य ।