यह बला भी टल जाएगी
न घबराओ दुःख की घड़ी निकल जाएगी
हर बला की तरह यह बला भी टल जाएगी
ये मुश्किलें, मुसीबतें ज़िंदगी का हैं हिस्सा
सुख दुःख से मिलकर बना है हर एक क़िस्सा
आज ग़म है मिला कल ख़ुशी मिल जाएगी
हर बला की तरह यह बला भी टल जाएगी
यूँ बनना बिगड़ना तो है चलता ही रहता
वक्त के साथ हर ज़ख़्म है भरता ही रहता
अब जो बिगड़ी है वो भी फिर सम्भल जाएगी
हर बला की तरह यह बला भी टल जाएगी