Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2023 · 1 min read

यह दुनिया भी बदल डालें

बदल लें खुद को तो,
यह दुनिया भी बदल डाले ।
इरादो से हथेली पर
मुकद्दर अपना लिख ड़ाले ।।
मुमकिन है सब,
नामुमकिन नहीं कुछ भी ।
यकीं करके खुदी पर,
क्यूँ न खुदी को आज़मा ड़ाले ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
12 Likes · 313 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
3049.*पूर्णिका*
3049.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैंने रात को जागकर देखा है
मैंने रात को जागकर देखा है
शेखर सिंह
थक गये चौकीदार
थक गये चौकीदार
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
ये ज़िंदगी भी अजीब है यारों!
ये ज़िंदगी भी अजीब है यारों!
Ajit Kumar "Karn"
स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद
मनोज कर्ण
हर किसी पे भरोसा न कर ,
हर किसी पे भरोसा न कर ,
Yogendra Chaturwedi
शरद
शरद
Tarkeshwari 'sudhi'
सच और झूँठ
सच और झूँठ
विजय कुमार अग्रवाल
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
आर.एस. 'प्रीतम'
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
Mukesh Kumar Sonkar
Finding the Right Help with College Homework
Finding the Right Help with College Homework
Myassignmenthelp
लोग कहते हैं कि
लोग कहते हैं कि
VINOD CHAUHAN
कर्बला हो गयी तय्यार खुदा खैर करे
कर्बला हो गयी तय्यार खुदा खैर करे
shabina. Naaz
👍एक ही उपाय👍
👍एक ही उपाय👍
*प्रणय*
ग़ज़ल __पी लिया है जाम ए कौसर ,दिल नहीं लगता कहीं ,
ग़ज़ल __पी लिया है जाम ए कौसर ,दिल नहीं लगता कहीं ,
Neelofar Khan
DR Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
DR Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नया साल
नया साल
Dr fauzia Naseem shad
Happy independence day
Happy independence day
Neeraj kumar Soni
तू है तसुव्वर में तो ए खुदा !
तू है तसुव्वर में तो ए खुदा !
ओनिका सेतिया 'अनु '
"सुन लो"
Dr. Kishan tandon kranti
सुर्ख कपोलों पर रुकी ,
सुर्ख कपोलों पर रुकी ,
sushil sarna
हाथी मर गये कोदो खाकर
हाथी मर गये कोदो खाकर
Dhirendra Singh
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
काव्य की आत्मा और रागात्मकता +रमेशराज
काव्य की आत्मा और रागात्मकता +रमेशराज
कवि रमेशराज
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
यादों का बुखार
यादों का बुखार
Surinder blackpen
फिर लौट आयीं हैं वो आंधियां, जिसने घर उजाड़ा था।
फिर लौट आयीं हैं वो आंधियां, जिसने घर उजाड़ा था।
Manisha Manjari
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
लाइब्रेरी की दीवारों में, सपनों का जुनून
लाइब्रेरी की दीवारों में, सपनों का जुनून
पूर्वार्थ
Loading...