यह दीवार पर पड़ती तेज धूप
यह दीवार पर पड़ती
तेज धूप
एक शीशे की तरह
चमक रही है
इसने दीवार पर पड़े
सारे निशान
सारे दाग धब्बे
सारे इसके ऐब छिपा दिये
लोगों की आंखों में भी
रोशनी भर रही है कि
वह साफ साफ कुछ देख न पाये
बस शायद यह चाह रही है कि
उसकी बदौलत
आज हर चीज चमकती दिखे
सुंदर दिखे
दिलकश दिखे
सबकी आंखों में रोशनी भरती हुई
एक नाज़नीन दिखे।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001