~~~ यह तेरा नाम ~~~
लिख कर तेरा नाम जमीन पर
मिटाने की हिम्मत कहाँ से लाऊँ
अपने दिल की सीमा का
वो प्यार, कैसे तुम को दिख्लाऊँ !!
वो स्नेह , वो अम्बार प्यार
का कैसे अब दिखाऊं
लिखा नाम हर नजर से
छूपा छुपा कर
साइन में दफ़न कर जाऊं !!
बेपनाह मोहोब्बत की
है मैने तुझ से संसार में
तो कैसे इस नाम को
सब के बीच उछलाऊँ !!
जिन्दगी का वो हसीन पल
था जो मुझ को मिला
दिल में बसा कर , तेरे नाम
संग अब अपना जीवन बिताऊं !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ