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23 Dec 2017 · 1 min read

यह कैसा इंसाफ

जो भी मिले सबूत वो,…उनके गये खिलाफ !
फिर भी वो मुजरिम नही, यह कैसा इंसाफ !!

लगे जहाँ कानून ही,..खडा मूक असहाय !
वहाँ ढूंढते लोग फिर,अपना अलग उपाय !!
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 414 Views
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