यह आसमान का कंचई नीला रंग
यह
आसमान का
कंचई नीला रंग
एक शीशे की परत सा
उतर आया
मेरी आंखों की
झील में
काले पर्दे पर
जैसे सफेद बादलों के
परिन्दे से लहरा गये
मुझे साथ लेकर
उड़ जाने को बेताब
आसमान की नील नदी के
नील सागर के
उस पार।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001