Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Sep 2024 · 1 min read

यह आज़ादी झूठी है

यह आज़ादी झूठी है
देश की जनता भूखी है…
(१)
मुट्ठी भर लोगों के सिवा
आज कौन यहां सुखी है…
(२)
सबके दिल में पल रही
एक ज्वालामुखी है…
(३)
सड़क से लेकर संसद तक
चारों तरफ़ मायूसी है…
(४)
काटे जा रहे जंगल में
कोई कोयल कूकी है…
(५)
नेताओं के हाथों से ही
हर एक आशा टूटी है…
(६)
लाख कोशिशों के बावजूद
क़िस्मत हमसे रूठी है…
#geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#अन्नाभाऊ_साठे
#यह_आज़ादी_झूठी_है #क्रांतिकारी
#स्वतंत्रता_दिवस #हक #freedom
#IndependenceDayIndia #सच
#पैरोडी #parody #महंगाई #बेकारी

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 30 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बारिश में देखो
बारिश में देखो
Dr fauzia Naseem shad
दहलीज के पार 🌷🙏
दहलीज के पार 🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बेशक संघ ने काम अच्छा किया है, आगे भी करेगा।
बेशक संघ ने काम अच्छा किया है, आगे भी करेगा।
Ajit Kumar "Karn"
दिल्लगी
दिल्लगी
Dipak Kumar "Girja"
ग्रंथ समीक्षा- बुंदेली दोहा कोश भाग-1
ग्रंथ समीक्षा- बुंदेली दोहा कोश भाग-1
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
3060.*पूर्णिका*
3060.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भोर
भोर
Kanchan Khanna
कर्बला हो गयी तय्यार खुदा खैर करे
कर्बला हो गयी तय्यार खुदा खैर करे
shabina. Naaz
**जाते-जाते वो हम से वफ़ा कर गए**
**जाते-जाते वो हम से वफ़ा कर गए**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रिश्ते के सफर जिस व्यवहार, नियत और सीरत रखोगे मुझसे
रिश्ते के सफर जिस व्यवहार, नियत और सीरत रखोगे मुझसे
पूर्वार्थ
बोलना , सुनना और समझना । इन तीनों के प्रभाव से व्यक्तित्व मे
बोलना , सुनना और समझना । इन तीनों के प्रभाव से व्यक्तित्व मे
Raju Gajbhiye
सेवा या भ्रष्टाचार
सेवा या भ्रष्टाचार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
स्तुति - दीपक नीलपदम्
स्तुति - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
फकीर का बावरा मन
फकीर का बावरा मन
Dr. Upasana Pandey
*सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा,
*सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा,
Shashi kala vyas
*साथ निभाना साथिया*
*साथ निभाना साथिया*
Harminder Kaur
जब मेरा अपना भी अपना नहीं हुआ, तो हम गैरों की शिकायत क्या कर
जब मेरा अपना भी अपना नहीं हुआ, तो हम गैरों की शिकायत क्या कर
Dr. Man Mohan Krishna
नहीं-नहीं प्रिये!
नहीं-नहीं प्रिये!
Pratibha Pandey
..
..
*प्रणय*
मोबाइल
मोबाइल
Shama Parveen
बथुवे जैसी लड़कियाँ /  ऋतु राज (पूरी कविता...)
बथुवे जैसी लड़कियाँ / ऋतु राज (पूरी कविता...)
Rituraj shivem verma
बंध निर्बंध सब हुए,
बंध निर्बंध सब हुए,
sushil sarna
फर्श पे गिर के  बिखर पड़े हैं,
फर्श पे गिर के बिखर पड़े हैं,
हिमांशु Kulshrestha
करना है कुछ खास तो, बनो बाज से आप।
करना है कुछ खास तो, बनो बाज से आप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
पधारो मेरे प्रदेश तुम, मेरे राजस्थान में
पधारो मेरे प्रदेश तुम, मेरे राजस्थान में
gurudeenverma198
* मधुमास *
* मधुमास *
surenderpal vaidya
उस मुहल्ले में फिर इक रोज़ बारिश आई,
उस मुहल्ले में फिर इक रोज़ बारिश आई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
" जख्म "
Dr. Kishan tandon kranti
*मिलता जीवन में वही, जैसा भाग्य-प्रधान (कुंडलिया)*
*मिलता जीवन में वही, जैसा भाग्य-प्रधान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
Subhash Singhai
Loading...