Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2023 · 1 min read

यही सच है कि हासिल ज़िंदगी का

यही सच है कि हासिल ज़िंदगी का
मोहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं है
Neeraj Naveed

263 Views

You may also like these posts

भोर होने से पहले .....
भोर होने से पहले .....
sushil sarna
और भी कितने...
और भी कितने...
ललकार भारद्वाज
अब  रह  ही  क्या गया है आजमाने के लिए
अब रह ही क्या गया है आजमाने के लिए
हरवंश हृदय
कुछ बातें ज़रूरी हैं
कुछ बातें ज़रूरी हैं
Mamta Singh Devaa
गुरु ईश का रूप धरा पर
गुरु ईश का रूप धरा पर
Kuldeep mishra (KD)
मिले मुफ्त मुस्कान
मिले मुफ्त मुस्कान
RAMESH SHARMA
दलितजनों जागो
दलितजनों जागो
डिजेन्द्र कुर्रे
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
कवि रमेशराज
तेरे सांचे में ढलने लगी हूं।
तेरे सांचे में ढलने लगी हूं।
Seema gupta,Alwar
चौपाई - आजादी का पर्व
चौपाई - आजादी का पर्व
Sudhir srivastava
वीर रस
वीर रस
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
वो नींदों में आकर मेरे ख्वाब सजाते क्यों हैं।
वो नींदों में आकर मेरे ख्वाब सजाते क्यों हैं।
Phool gufran
मन मसोस
मन मसोस
विनोद सिल्ला
क्या ख़रीदोगे
क्या ख़रीदोगे
पूर्वार्थ
झरते फूल मोहब्ब्त के
झरते फूल मोहब्ब्त के
Arvina
"ख्वाबों के राग"
Dr. Kishan tandon kranti
गुलाबी शहतूत से होंठ
गुलाबी शहतूत से होंठ
हिमांशु Kulshrestha
जब कभी परछाई का कद
जब कभी परछाई का कद
Manoj Shrivastava
"किसान का दर्द"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मजदूर...!!
मजदूर...!!
Ravi Betulwala
तेरे बिना
तेरे बिना
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दिया है नसीब
दिया है नसीब
Santosh Shrivastava
4462.*पूर्णिका*
4462.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नया मोड़
नया मोड़
Shashi Mahajan
*ख़ुद मझधार में होकर भी...*
*ख़ुद मझधार में होकर भी...*
Rituraj shivem verma
युवा है हम
युवा है हम
Pratibha Pandey
ईव्हीएम को रोने वाले अब वेलेट पेपर से भी नहीं जीत सकते। मतपत
ईव्हीएम को रोने वाले अब वेलेट पेपर से भी नहीं जीत सकते। मतपत
*प्रणय*
जिंदा हूँ अभी मैं और याद है सब कुछ मुझको
जिंदा हूँ अभी मैं और याद है सब कुछ मुझको
gurudeenverma198
"जीवन का गूढ़ रहस्य"
Ajit Kumar "Karn"
ऑंधियों का दौर
ऑंधियों का दौर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
Loading...