यही विश्वास है______घनाक्षरी
कुछ नहीं पास मेरे, फिर भी तो आस है।
जीवन जीने का यारों,यही विश्वास है।।
मूलभूत जरूरत, रोटी कपड़ा मकान।
आन बान शान यही,जो की मेरे पास है।।
साथ नहीं कुछ जाता, यही सबको सिखाता।
होना कभी न जीवन, में आप निराश है।।
भाव अपना जगाओ,आओ संग मेरे गाओ।
सुख यही महाबड़ा,आया मुझे रास है।।
राजेश व्यास अनुनय