यही पाँच हैं वावेल (Vowel) प्यारे
आज हमें बस याद है करना।
वावेल, कांसोनेन्ट है पढ़ना।।
छब्बीस अक्षर की है पढ़ाई।
अंगरेजी बस इतनी भाई।।
अंगरेजी में छब्बीस अक्षर।
याद करो और मारो मच्छर।।
दो भागों में इनको काटो।
इक्कीस, पाँच मे इनको बाँटो।।
पाँच बड़े बलवान हैं।
वावेल यही महान हैं।।
“A” है सबसे पहले आता।
है सब पर ही रौब जमाता।।
इसके बाद है “E” की बारी।
फिर “I” करता तैयारी।।
“O” है देखो गोल मटोल।
“U” रहता है मुँह को खोल।।
यही पाँच हैं वावेल प्यारे।
इनके बिन अंगरेजी ना रे।।
इनको छोड़ जो इक्कीस आते।
कांसोनेन्ट हैं वो कहलाते।।
अब ना कहना नही बताया।
“जटा” सर ने नहीं पढ़ाया।।
बोलेगा जो झूठे बोल।
खुल जाएगी उसकी पोल।।
✍️जटाशंकर”जटा”
9792466223