Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2024 · 1 min read

“मेरी क्रिसमस”

यही दुआ है बस ,
हर खुशी बरकरार हो,
जस की तस,
सभी स्वस्थ, सुखी रहें ,
“मेरी क्रिसमस”

8 Views

You may also like these posts

नजरें खुद की, जो अक्स से अपने टकराती हैं।
नजरें खुद की, जो अक्स से अपने टकराती हैं।
Manisha Manjari
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
इशरत हिदायत ख़ान
जिंदगी के कुछ कड़वे सच
जिंदगी के कुछ कड़वे सच
Sûrëkhâ
कोई भी जंग अंग से नही बल्कि हौसले और उमंग से जीती जाती है।
कोई भी जंग अंग से नही बल्कि हौसले और उमंग से जीती जाती है।
Rj Anand Prajapati
Teacher's day
Teacher's day
Surinder blackpen
तलाश सूरज की
तलाश सूरज की
आशा शैली
" जगह "
Dr. Kishan tandon kranti
घुंघट ओढ़ा हमने लाज़ बचाने के लिए
घुंघट ओढ़ा हमने लाज़ बचाने के लिए
Keshav kishor Kumar
दोहा सप्तक. . . बाल दिवस
दोहा सप्तक. . . बाल दिवस
sushil sarna
मुझे नज़र आती है
मुझे नज़र आती है
*प्रणय*
मसला
मसला
निकेश कुमार ठाकुर
#ਨੀਂਵੀਂ ਪਾ ਹੱਥਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜ ਦੇ
#ਨੀਂਵੀਂ ਪਾ ਹੱਥਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜ ਦੇ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
हिंदी से स्वराष्ट्र की
हिंदी से स्वराष्ट्र की
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
चक्रधारी श्रीकृष्ण
चक्रधारी श्रीकृष्ण
ललकार भारद्वाज
कुछ तो रम्ज़ है तेरी यादें ज़ेहन से नहीं जाती,
कुछ तो रम्ज़ है तेरी यादें ज़ेहन से नहीं जाती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
कवि रमेशराज
ग़ज़ल _नसीब मिल के भी अकसर यहां नहीं मिलता ,
ग़ज़ल _नसीब मिल के भी अकसर यहां नहीं मिलता ,
Neelofar Khan
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
*यक्ष प्रश्न*
*यक्ष प्रश्न*
Pallavi Mishra
आदमी  उपेक्षा का  नही अपेक्षा का शिकार है।
आदमी उपेक्षा का नही अपेक्षा का शिकार है।
Sunil Gupta
वफ़ा  को तुम  हमारी और  कोई  नाम  मत देना
वफ़ा को तुम हमारी और कोई नाम मत देना
Dr Archana Gupta
** शिखर सम्मेलन **
** शिखर सम्मेलन **
surenderpal vaidya
अलविदा कह कर दिल टूट गया....
अलविदा कह कर दिल टूट गया....
Surya Barman
....नया मोड़
....नया मोड़
Naushaba Suriya
मेरी हालत
मेरी हालत
लक्ष्मी सिंह
साथ तुम्हारा छुटा कुछ दिन ,अब तेरे बिन रह ना सकेंगे !
साथ तुम्हारा छुटा कुछ दिन ,अब तेरे बिन रह ना सकेंगे !
DrLakshman Jha Parimal
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*रद्दी अगले दिन हुआ, मूल्यवान अखबार (कुंडलिया)*
*रद्दी अगले दिन हुआ, मूल्यवान अखबार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
धृतराष्ट सरकारें हुईं हैं
धृतराष्ट सरकारें हुईं हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
उसका शुक्र कितना भी करूँ
उसका शुक्र कितना भी करूँ
shabina. Naaz
Loading...