दोहा-विद्यालय
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
किसी भी कीमत पर तेरी होना चाहती हूं
‘ विरोधरस ‘---11. || विरोध-रस का आलंबनगत संचारी भाव || +रमेशराज
*पीयूष जिंदल: एक सामाजिक व्यक्तित्व*
*और ऊपर उठती गयी.......मेरी माँ*
साथ उसके इक शाम गुजरी बड़ी शिद्दत से,
अब घोसले से बाहर निकलने को कहते हो
Not only doctors but also cheater opens eyes.