Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2024 · 1 min read

मौसम किसका गुलाम रहा है कभी

ना रखिए उम्मीद ज्यादा किसी से
जो मिल जाय रख लिजिए खुशी से

कब तक नाराज़ रहिएगा ज़माने से
गलियां तो होती रहती है आदमी से

मौसम किसका गुलाम रहा है कभी
कभी खुशी छिन लेता है जिंदगी से

दुःख में ही तो तुझे याद करते हैं हम
तू तो नाराज़ ही होगा मेरी बंदगी से

काले बादल डरावने लगने लगते हैं
तु अंधेरा खत्म कर देता है रोशनी से

जब भर जाता मन मेरा अवसाद में
आशा की दीप जला देता है कहीं से।

नूर फातिमा खातून “नूरी”
जिला -कुशीनगर

Language: Hindi
12 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माईया गोहराऊँ
माईया गोहराऊँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"पँछियोँ मेँ भी, अमिट है प्यार..!"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
वक़्त को वक़्त
वक़्त को वक़्त
Dr fauzia Naseem shad
तेरा - मेरा
तेरा - मेरा
Ramswaroop Dinkar
2676.*पूर्णिका*
2676.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिल होता .ना दिल रोता
दिल होता .ना दिल रोता
Vishal Prajapati
वाल्मिकी का अन्याय
वाल्मिकी का अन्याय
Manju Singh
प्रेमरस
प्रेमरस
इंजी. संजय श्रीवास्तव
जवाब कौन देगा ?
जवाब कौन देगा ?
gurudeenverma198
खेल खिलाड़ी
खेल खिलाड़ी
Mahender Singh
बेड़ियाँ
बेड़ियाँ
Shaily
"तुम कब तक मुझे चाहोगे"
Ajit Kumar "Karn"
"फर्क बहुत गहरा"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं
मैं
Dr.Pratibha Prakash
"ये अलग बात है, पानी गुज़र गया सिर से।
*प्रणय प्रभात*
हमारी सोच
हमारी सोच
Neeraj Agarwal
रात बीती चांदनी भी अब विदाई ले रही है।
रात बीती चांदनी भी अब विदाई ले रही है।
surenderpal vaidya
बुझ दिल नसे काटते है ,बहादुर नही ,
बुझ दिल नसे काटते है ,बहादुर नही ,
Neelofar Khan
आंखों में हया, होठों पर मुस्कान,
आंखों में हया, होठों पर मुस्कान,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*प्यार तो होगा*
*प्यार तो होगा*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
గురువు కు వందనం.
గురువు కు వందనం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*चलो तिरंगा फहराऍं हम, भारत के अभिमान का (गीत)*
*चलो तिरंगा फहराऍं हम, भारत के अभिमान का (गीत)*
Ravi Prakash
मेरी कलम से...
मेरी कलम से...
Anand Kumar
मनमानी किसकी चली,
मनमानी किसकी चली,
sushil sarna
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अब गांव के घर भी बदल रहे है
अब गांव के घर भी बदल रहे है
पूर्वार्थ
भूख न देखे भूजल भात।
भूख न देखे भूजल भात।
Rj Anand Prajapati
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
SPK Sachin Lodhi
पहचान ही क्या
पहचान ही क्या
Swami Ganganiya
आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
Anamika Tiwari 'annpurna '
Loading...