मौत
जिंदगी ही लाईलाज रही है अब तक
मौत तो नींद में भी चुपके से साथ निभाती है।
~ सिद्धार्थ
मौत तो बड़ी आसान रही है सब के लिए
जिंदगी ही आजमाइशों से गुजारती है
थोड़ा और जीने की बेहूदा सी चाहत में
मौत से ही जिंदगी दो दो हांथ करवाती है
?
~ सिद्धार्थ