मौत
मृत्यु
ही एक
अटल सत्य है
मृत्यु से क्या डरना।
जानते
हम सभी है
है सबको एक
दिन अवश्य मरना।
जीवन
तो क्षणभंगुर
ठहरा ही फिर भी
उसी से करते प्यार।
मृत्यु
सनातन सत्य
पर सोचते दूर रहे
उससे हम सबकी पतवार।
आज तक
जो भी यहाँ आया
कोई भी कभी रहा नही
न रह पाएगा कभी भी यहाँ।
ईश्वर
मुनि जोगी संत
किसी की भी दाल
कभी गलती नही यहां।
निर्मेष
मैं भी ना रहूं
कोई अवसाद नही
मेरी याद सबको बस रहे यहां।
निर्मेष