Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Oct 2022 · 1 min read

मौत की हक़ीक़त है

अच्छा नहीं है खुद से खुद का
फरामोश हो जाना ।
मौत की हक़ीक़त है ज़िंदगी का
ख़ामोश हो जाना ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
16 Likes · 145 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
संवेदनाओं का भव्य संसार
संवेदनाओं का भव्य संसार
Ritu Asooja
मां गोदी का आसन स्वर्ग सिंहासन💺
मां गोदी का आसन स्वर्ग सिंहासन💺
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
खोटे सिक्कों के जोर से
खोटे सिक्कों के जोर से
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
झुक कर दोगे मान तो,
झुक कर दोगे मान तो,
sushil sarna
बेटी
बेटी
Sushil chauhan
बंदरा (बुंदेली बाल कविता)
बंदरा (बुंदेली बाल कविता)
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3043.*पूर्णिका*
3043.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरे बाबूजी लोककवि रामचरन गुप्त +डॉ. सुरेश त्रस्त
मेरे बाबूजी लोककवि रामचरन गुप्त +डॉ. सुरेश त्रस्त
कवि रमेशराज
मुट्ठी में आकाश ले, चल सूरज की ओर।
मुट्ठी में आकाश ले, चल सूरज की ओर।
Suryakant Dwivedi
अछूत का इनार / मुसाफ़िर बैठा
अछूत का इनार / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
रंग भरी एकादशी
रंग भरी एकादशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
💐प्रेम कौतुक-215💐
💐प्रेम कौतुक-215💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्रणय 4
प्रणय 4
Ankita Patel
शक्ति साधना सब करें
शक्ति साधना सब करें
surenderpal vaidya
सजी सारी अवध नगरी , सभी के मन लुभाए हैं
सजी सारी अवध नगरी , सभी के मन लुभाए हैं
Rita Singh
सत्य असत्य से कभी
सत्य असत्य से कभी
Dr fauzia Naseem shad
दरकती है उम्मीदें
दरकती है उम्मीदें
Surinder blackpen
जब तक लहू बहे रग- रग में
जब तक लहू बहे रग- रग में
शायर देव मेहरानियां
कमबख़्त इश़्क
कमबख़्त इश़्क
Shyam Sundar Subramanian
त्योहार का आनंद
त्योहार का आनंद
Dr. Pradeep Kumar Sharma
समस्या है यह आएगी_
समस्या है यह आएगी_
Rajesh vyas
" पाती जो है प्रीत की "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
प्रेममे जे गम्भीर रहै छैप्राय: खेल ओेकरे साथ खेल खेलाएल जाइ
प्रेममे जे गम्भीर रहै छैप्राय: खेल ओेकरे साथ खेल खेलाएल जाइ
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
मैं उड़ सकती
मैं उड़ सकती
Surya Barman
*आया भैया दूज का, पावन यह त्यौहार (कुंडलिया)*
*आया भैया दूज का, पावन यह त्यौहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कभी जब देखोगी तुम
कभी जब देखोगी तुम
gurudeenverma198
Loading...