मौत की रहमत
मेरे अरमानों की दुनियां में अंधेरा ही अंधेरा है ।
उस पर खुदा का भी बहुत दूर हमसे बसेरा है ।
ऐसे में मौत की रहमत मिल जाए तो अच्छा ,
हाय ! यह किस कश्मकश ने आ घेरा है ।
मेरे अरमानों की दुनियां में अंधेरा ही अंधेरा है ।
उस पर खुदा का भी बहुत दूर हमसे बसेरा है ।
ऐसे में मौत की रहमत मिल जाए तो अच्छा ,
हाय ! यह किस कश्मकश ने आ घेरा है ।