मौत की कहानी (ग़ज़ल)
यह जिंदगी तो दोस्तों!फानी है ,
कहते है मौत जिसे ,एक हैरानी है .
जन्म के साथ ही जिसकी समझ लो ,
लिखी जानी अमिट कहानी है .
नामालूम कब बिछड़ जाये कोई
आज जिंदा ,कल यादें रह जानी है .
अभी सज संवर लो जी भरकर,
पल में काया किसी और ने सजानी है.
जिंदगी भर संजोई जो चीजें ,
कल थी अनमोल ,आज बेमानी है.
क्या-क्या अरमां दिल में पाल लिए,
भूल गए ! यह पानी पर लिखी निशानी है.
बड़ी मुहोबत से बनाये जो रिश्ते आज ,
कल इन्ही के हाथों खाक,खाक में समानी है.
सबकुछ फ़ानी है बस हकीक़त है एक मौत,
जानकर भी अनजान हम,सबसे बड़ी हैरानी है.