मौत का सवेरा
तमाम उम्र अंधेरों और उजालों में गुजरी,
अब मौत में सवेरा हो या नहीं हम क्या जाने !
हमारी नेकी और बदी का हिसाब “उसके” पास है ,
हम खुद अपने अंजाम को भला कैसे जाने ?
तमाम उम्र अंधेरों और उजालों में गुजरी,
अब मौत में सवेरा हो या नहीं हम क्या जाने !
हमारी नेकी और बदी का हिसाब “उसके” पास है ,
हम खुद अपने अंजाम को भला कैसे जाने ?