तुम मिल ग ऐ
मौत का इंतजार था पर तुम मिल ग ए
दिल के मुरझाए फूल फिर खिल ग ए
तुम तक पहुंचते- पहुंचते मेरे कदम छिल गए
खबर ना हुई कब दिल से दिल मिल ग ए
तुम पर नज़र पडी तो दिल के सारे तार हिल ग ए
बडीं शिकायतें थी खुदा से मुझ को
पर आप से मिल कर मेरे होंठ सिल ग ए
मौत का इंतजार था पर तुम मिल ग ए