मौत का अंदाज बदल गया है ..
आजकल मौत का अंदाज बदल गया है ,
उम्र दराज नहीं ,जवानों की ओर रुख किया है ,
इंतजार में जो बैठे थे वोह तो बैठे ही रह गए ,
और जिनको नहीं थी कोई खबर अपनी रूखसती की ,
उनका दामन इस जालिम ने थाम लिया है ।
आजकल मौत का अंदाज बदल गया है ,
उम्र दराज नहीं ,जवानों की ओर रुख किया है ,
इंतजार में जो बैठे थे वोह तो बैठे ही रह गए ,
और जिनको नहीं थी कोई खबर अपनी रूखसती की ,
उनका दामन इस जालिम ने थाम लिया है ।