Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2022 · 1 min read

मोह मोह के धागे

मोह मोह के धागे

पता है ये तेज़ हवाएं
क्यों चलती हैं आजकल?
मैं बताती हूँ,
ये जो पत्ते अभी भी
अपनी शाखाओं को
छोड़ने को तैयार नहीं हैं ना
उनके लिये,
नयी कोंपलें फूट रही हैं,
नए पल्लव आने को
इंतज़ार में हैं
यही परिवर्तन
प्रकृति का नियम है,
पुराने पात गिर कर भी
तेज़ हवा से अपने पेड़ के
तने से लिपट जाते हैं
कहते हैं कि
हमें अपने से जुदा तो
कर दिया पर हम
अब भी तुम्हें
समर्पित हैं,
मिट्टी में मिल खाद
बन कर तुम्हें ही
पोषित करने की
इच्छा रखते हैं,
शायद इसे समर्पण
कहते हैं,
मगर मैं मोह कहती हूँ,
जैसे इंसान अपनो से
दूर जाना नहीं चाहता
लाख तकरार,दुत्कार मिले
फिर भी वहीं रहता है,
पर इंसान की तुलना
पत्तों से कैसे की
जा सकती है,
इन्हीं पेड़ों की छाँव
में तो ज़िंदगी गुज़ार
देता है और एक दिन
स्वार्थ में अंधा हो कर
इन्हीं को काट देता है,
पर ये पेड़ बड़े ही
दयालु प्रकृति के होते हैं,
तुमसे मोह नहीं छोड़ते,
तुम्हें अन्त तक साथ देते हैं
एक दिन आखिरी यात्रा
में ये तुम्हें,खुद को जला कर
मिट्टी कर देते हैं,
फिर उस मिट्टी से पैदा
होता है एक नया
पेड़! एक नया पेड़!
जो तुम भी हो सकते हो,
फिर वही पेड़, वही पात,
वही तेज़ हवाएं,
बस यही जीवन चक्र है,
यही है मोह मोह के धागे

दीपाली कालरा

Language: Hindi
1 Like · 424 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
Bodhisatva kastooriya
आप सभी साथियों को विजय दसवीं पर्व की ह्रदय तल से शुभकामनाएं
आप सभी साथियों को विजय दसवीं पर्व की ह्रदय तल से शुभकामनाएं
इशरत हिदायत ख़ान
गले लगाना पड़ता है
गले लगाना पड़ता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
दर्द सीने में गर ठहर जाता,
दर्द सीने में गर ठहर जाता,
Dr fauzia Naseem shad
पारिवारिक संबंध, विश्वास का मोहताज नहीं होता, क्योंकि वो प्र
पारिवारिक संबंध, विश्वास का मोहताज नहीं होता, क्योंकि वो प्र
Sanjay ' शून्य'
जंग अहम की
जंग अहम की
Mamta Singh Devaa
नई पीढ़ी में तनाव: कारण, प्रभाव और इसे कम करने के उपाय
नई पीढ़ी में तनाव: कारण, प्रभाव और इसे कम करने के उपाय
Shyam Sundar Subramanian
सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
पूर्वार्थ
सच्चे देशभक्त ‘ लाला लाजपत राय ’
सच्चे देशभक्त ‘ लाला लाजपत राय ’
कवि रमेशराज
मेरा प्यार
मेरा प्यार
Shashi Mahajan
Memories
Memories
Sampada
ज़िंदगी यूँ तो बड़े आज़ार में है,
ज़िंदगी यूँ तो बड़े आज़ार में है,
Kalamkash
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
Shweta Soni
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
Harminder Kaur
सत्य यह भी
सत्य यह भी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
"समाज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि लोग बदलना चाहते हैं,
Sonam Puneet Dubey
एक तरफ
एक तरफ
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
श्री गणेश वंदना
श्री गणेश वंदना
Kumud Srivastava
👍👍
👍👍
*प्रणय प्रभात*
आजकल
आजकल
Munish Bhatia
*डमरु (बाल कविता)*
*डमरु (बाल कविता)*
Ravi Prakash
खामोशियों की वफ़ाओं ने मुझे, गहराई में खुद से उतारा है।
खामोशियों की वफ़ाओं ने मुझे, गहराई में खुद से उतारा है।
Manisha Manjari
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
नारी का सम्मान 🙏
नारी का सम्मान 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"ये कैसा जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
3012.*पूर्णिका*
3012.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
परिश्रम
परिश्रम
Neeraj Agarwal
गुरु पूर्णिमा पर ....!!!
गुरु पूर्णिमा पर ....!!!
Kanchan Khanna
क्या यही हैं वो रिश्तें ?
क्या यही हैं वो रिश्तें ?
gurudeenverma198
थोड़ा नमक छिड़का
थोड़ा नमक छिड़का
Surinder blackpen
Loading...