मोहब्बत में तुमको दुआ दे रहे हैं
मोहब्बत में तुमको दुआ दे रहे हैं
जफ़ाओं के बदले वफ़ा दे रहे हैं
हज़ारों सितारों के दिलकश नज़ारे
हँस हँस के तुमको सदा दे रहे हैं
बहारों का हँसना तेरे संग जाए
तुम्हें अपने आँसू कहाँ दे रहे हैं
तेरी प्यास कैसी उम्मीद कैसी
तेरी चाह दिल से मिटा दे रहे हैं
राहों से तेरी ऐ गुल चमन के!
खिजाओं के खारे मिटा दे रहे हैं
अंधेरा कभी ना तेरे पास आए
कि दिल आज अपना जला दे रहे हैं
की है खता तो फिर मंजूर भी है
हमें आप जो भी सज़ा दे रहे हैं
खत ये लिखा है कि खत के ही जरिये
वफ़ा ही वफ़ा की फ़िज़ां दे रहे हैं