मोहब्बत दिलों को जोड़ देती है।
अपनों से परेशान होकर वह दूर बस गया है।
कभी कभी गैरों से मोहब्बत दिलों को जोड़ देती हैं।।
पता है चार दिन की जिन्दगी लेकर आए हैं।
इंसानों ने सब पाने की अजब सी होड़ मचा रखी है।।
क्या करें तेज तर्रार इंसा भी कम बोलता है।
उधार उतारते उतारते जिन्दगी कमजोर बना देती है।।
✍✍ताज मोहम्मद✍✍