मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️
मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है।
झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से।
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नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर।
मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं।
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बना रखी है सरहद, मुल्क में मासूम क्या जाने।
सगीर बच्चों की तो किलकारियां दोनों तरफ से हैं।