Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Sep 2024 · 1 min read

मोहब्बत की सच्चाई

सच्ची मोहब्बत में सम्मान अपमान कौन देखता है,
मोहब्बत करने वाला तो बस मोहब्बत देखता है,

पत्थरों से ठोकरें लगती हैं और जिस्म लहूलुहान होता है,
प्रेम और धैर्य के हथौड़े से कटकर ही पत्थर भगवान होता है,

मोहब्बत इतनी आसान नहीं जितनी समझ ली जाती है,
जिस्म की हवस होती है और मोहब्बत समझ ली जाती है,

तेल को तो बाती से बेइंतहा प्रेम होता है,
साथ दोनों जलते हैं तभी अंधेरे में प्रकाश होता है,

दूर होते हुए भी आसमान धरती की हर धड़कन को समझता है,
वो मोहब्बत करता है तभी तपती गर्मियों में बरसात करता है,

खुदगर्ज क्या जाने मोहब्बत की प्यास कैसी होती है,
साल भर प्यासा रहकर ही पपीहा बारिश की आश करता है,

परवाने झलक भर पाने खुद को फना कर देते है,
समा जलती रहती है और आशिक राख होते हैं,

मोहब्बत ने खींचकर ही लैला को मजनू से मिलाया था,
मोहब्बत ने ही अग्निपरीक्षा में सीता को जिलाया था,

मोहब्बत शब्द सुनकर लोग मोहब्बत करने आते है,
प्रेम का लिवास पहनते हैं और अंदर भेड़िये बनकर आते हैं,

ना पाना ना खोना यही मोहब्बत का अंजाम होता है,
जो पाना चाहता है मोहब्बत नहीं वो हवस का गुलाम होता है ।।
prअstya……..(प्रशांत सोलंकी)

Language: Hindi
1 Like · 46 Views
Books from सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
View all

You may also like these posts

बद मिजाज और बद दिमाग इंसान
बद मिजाज और बद दिमाग इंसान
shabina. Naaz
भाग्य  आदि कुछ नहीं
भाग्य आदि कुछ नहीं
Acharya Shilak Ram
आंसू तुम्हे सुखाने होंगे।
आंसू तुम्हे सुखाने होंगे।
Kumar Kalhans
चाय का गहरा नाता होता है सबसे
चाय का गहरा नाता होता है सबसे
Rekha khichi
तेरा नाम रहेगा रोशन, जय हिंद, जय भारत
तेरा नाम रहेगा रोशन, जय हिंद, जय भारत
gurudeenverma198
"" *भगवान* ""
सुनीलानंद महंत
गलतियां हमारी ही हुआ करती थी जनाब
गलतियां हमारी ही हुआ करती थी जनाब
रुचि शर्मा
बिटिया प्यारी
बिटिया प्यारी
मधुसूदन गौतम
"इच्छाओं की उड़ान"
Dr. Kishan tandon kranti
आधुनिक जीवन दर्शन
आधुनिक जीवन दर्शन
Dr. SONI
इज़हार करके देखो
इज़हार करके देखो
Surinder blackpen
आदमी कहलाता हूँ
आदमी कहलाता हूँ
Kirtika Namdev
रोशनी की शिकस्त में आकर अंधेरा खुद को खो देता है
रोशनी की शिकस्त में आकर अंधेरा खुद को खो देता है
डॉ. दीपक बवेजा
हिंदी दोहे विषय- मंगल
हिंदी दोहे विषय- मंगल
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कल की तस्वीर है
कल की तस्वीर है
Mahetaru madhukar
*नमन गुरुवर की छाया (कुंडलिया)*
*नमन गुरुवर की छाया (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
प्रेम पीड़ा का
प्रेम पीड़ा का
Dr fauzia Naseem shad
पैसा बोलता है
पैसा बोलता है
पूर्वार्थ
टूटते पत्तो की तरह हो गए हैं रिश्ते,
टूटते पत्तो की तरह हो गए हैं रिश्ते,
Anand Kumar
करवा चौथ
करवा चौथ
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
परिवार
परिवार
डॉ० रोहित कौशिक
2736. *पूर्णिका*
2736. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्वदेशी कुंडल ( राय देवीप्रसाद 'पूर्ण' )
स्वदेशी कुंडल ( राय देवीप्रसाद 'पूर्ण' )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दशमेश पिता, गोविंद गुरु
दशमेश पिता, गोविंद गुरु
Satish Srijan
क्यों छोड़ गई मुख मोड़ गई
क्यों छोड़ गई मुख मोड़ गई
Baldev Chauhan
मुक्तक
मुक्तक
नूरफातिमा खातून नूरी
प्रेम
प्रेम
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
क्षणिका
क्षणिका
Vibha Jain
कायदे
कायदे
Mahender Singh
Loading...