– मोहब्बत का सफर बड़ा ही सुहाना –
मोहब्बत का सफर बड़ा ही सुहाना –
उसका मिलना नींदे चुराना,
दिल में मेरे बस जाना,
उसकी हर पल हर क्षण याद आना,
उठते – बैठते सोते जागते उसका ही ख्याल मन में आना,
उसका जिक्र आते ही चेहरे पर मुस्कान का आना,
कोई उसकी तारीफ करे तो मन ही मन उत्साहित हो जाना,
उसका नाम लेकर हमारे दोस्त का हमसे खर्चा कराना,
उसको हमारे दोस्त अपनी भाभी संबोधन बताना,
उसका हमसे लगाव हो जाना,
हमारा उसके ख्यालों में खो जाना,
बहुत ही अच्छा होता है मोहब्बत का वो सफर,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान