मोहब्बत का चर्चा
मोहब्बत को लोगों ने बदनाम कर रखा है।
वो मोहब्बत करते है ये चर्चा आम कर रखा है।
वो क्या समझे मोहब्बत को,
ये तो रूह से रूह में होनी वाली इबादत है।
पर फिर भी इसका तमाशा सरे-आम कर रखा है।।
मोहब्बत को लोगों ने बदनाम कर रखा है।
वो मोहब्बत करते है ये चर्चा आम कर रखा है।
वो क्या समझे मोहब्बत को,
ये तो रूह से रूह में होनी वाली इबादत है।
पर फिर भी इसका तमाशा सरे-आम कर रखा है।।