मोहब्बतें
जब बात बात पे तू रोती
हम प्यार बहुत ही करते थे
और बारिश के मौसम में
हम याद बहुत ही करते थे
तुम झूम झूम के गाते थे
हम रातों में जग जाते थे
तुम प्यार से हमें बुलाते थे
हम दौड़े दौड़े आते थे
तुम डरते थे तुम लड़ते थे
पर प्यार बहुत ही करते थे
वो बात पुरानी है शायद
मगर याद तो अब भी आती है
उन गुजरे बीते लम्हों की
आवाज़ तो अब भी आती है
तुम भूल चुकी हो शायद अब
हम बात बहुत ही करते थे
तुम हँसते थे तुम रोते थे
हम प्यार बहुत ही करते थे
… भंडारी लोकेश