Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2023 · 1 min read

मोहन

नैन मोहन मौन दर्पण,
मूक राधा,भाव अर्पण।
देख अपना,बिंब मोहन,
भूल बैठे, बाँसुरी धुन।

माथ कुमकुम लाल सोहे,
नैन काजल,काली भौंहें।
अधर लाली,सुर्ख वाली,
पाँव पैंजन,कान बाली।
नीलम शर्मा ✍️

85 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिल के रिश्तों को संभाले रखिए जनाब,
दिल के रिश्तों को संभाले रखिए जनाब,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4088.💐 *पूर्णिका* 💐
4088.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
..
..
*प्रणय प्रभात*
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
शायरों के साथ ढल जाती ग़ज़ल।
शायरों के साथ ढल जाती ग़ज़ल।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
अश्लीलता - गंदगी - रील
अश्लीलता - गंदगी - रील
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
रोशनी का पेड़
रोशनी का पेड़
Kshma Urmila
खाक हुई शमशान में,
खाक हुई शमशान में,
sushil sarna
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
Ranjeet kumar patre
जल बचाओ, ना बहाओ।
जल बचाओ, ना बहाओ।
Buddha Prakash
दोस्त कहता है मेरा खुद को तो
दोस्त कहता है मेरा खुद को तो
Seema gupta,Alwar
You are the sanctuary of my soul.
You are the sanctuary of my soul.
Manisha Manjari
बदनाम ये आवारा जबीं हमसे हुई है
बदनाम ये आवारा जबीं हमसे हुई है
Sarfaraz Ahmed Aasee
*दीपक (बाल कविता)*
*दीपक (बाल कविता)*
Ravi Prakash
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
manisha
विवशता
विवशता
आशा शैली
Pain of separation
Pain of separation
Bidyadhar Mantry
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
Neeraj Agarwal
ज़िंदा दोस्ती
ज़िंदा दोस्ती
Shyam Sundar Subramanian
जैसी बदनामी तूने मेरी की
जैसी बदनामी तूने मेरी की
gurudeenverma198
जल प्रवाह सा बहता जाऊँ।
जल प्रवाह सा बहता जाऊँ।
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
" नश्वर "
Dr. Kishan tandon kranti
रमेशराज की तीन ग़ज़लें
रमेशराज की तीन ग़ज़लें
कवि रमेशराज
खुल जाता है सुबह उठते ही इसका पिटारा...
खुल जाता है सुबह उठते ही इसका पिटारा...
shabina. Naaz
*ग़ज़ल*
*ग़ज़ल*
शेख रहमत अली "बस्तवी"
तू एक फूल-सा
तू एक फूल-सा
Sunanda Chaudhary
पिता
पिता
Dr.Priya Soni Khare
.
.
Shwet Kumar Sinha
Loading...