मोबाइल महिमा
मोबाइल महिमा
आज के युग में मोबाइल ने किया बहुत कमाल
इंटरनेट के सर पर चढ़ कर मचा दिया धमाल।
आज के युग में———–
एक समय था उत्तर पूछने कोई किसी के घर जाता था
दो चार किताबें पढ़ पढ़ कर ज्ञान प्राप्ति कर पाता था।
अब मोबाइल के गूगल गुरुजी हल करता सब सवाल।
आज के युग में… … .
रेडियो, टी वी सब इस पर आते,देखो कार्यक्रम जो मन भाते
बुजुर्गों से नवजात शिशु तक इस में अति अनुरक्त हो जाते
घडी,टॉर्च, कैलकुलेटर देकर किया लोगों को निहाल।
आज के युग में … … … … … … … … … .
फेसबुक,व्हाट्सएप,यूटूब आदि फीचर इस पर आ रहा
न्यूज़, मनोरंजन, प्रवचन आदि का दर्शन यही करा रहा
देखन में छोटन है फिर भी, गागर में सागर वाला हाल।
आज के युग में … … … … … … … … … … ..
यश कीर्ति इसकी कितना गाउँ मन ही मन मैं खूब ईठलाऊँ
इसका महिमा एक पर एक है अच्छा बुरा प्रभाव अनेक है।
किसी का हाल सुधर जाता है कुछ हो जाता बेहाल।
आज के युग में… … … … … … … … … … .
बैंक नहीं जाना पड़ता है, जमा निकासी यह सब करता है
बाजार में चाहे जो भी ले लो, सब पैमेंट इजिली करता है
फैल गया जन मानस में ऐसा जैसे हो माया जाल।
आज के युग में … … … … … … … … … …
एक बात पर है इस में कर रहा दुराव यह किस्त किस्त में
रिश्ते नाते छोड़ा आना जाना, नेवता भेजते कॉपी पेस्ट में
भेज कर नेवता औन लाइन से, हो जाते लोग निहाल।
आज के युग में …………………………….
स्व रचित मौलिक
मनोरथ, पटना।