मोबाइल कैसा?
मोबाइल बच्चों के लिए ,खेल का मैदान बन गया है! उपयोग अगर समझदारी से करो, तो ज्ञान बन गया है। कालेज में पढ़ने वाले बच्चों के लिए, शैतान बन गया है।आज हम सबकी , बीमारी बन गया है।अनेक प्रकार की सेवाओं का घर बन गया है। मोबाइल एक दूसरे से, मिलने-मिलाने का साधन बन गया है। मोबाइल मनुष्य की कमजोरी बन गया है।————।