मोबाइल आरती
विषय : मोबाइल आरती
हे मोबाइल देवा
स्वामी जय मोबाइल देवा
तुमको हर पल ध्यावत
तुमको हर पल ध्यावत
हे मोबाइल देवा
स्वामी जय मोबाइल देवा -1
रात्रि में नींद के आगोश में
और सुबह की अधखुली पलकों के साये में
सुबह का पहला प्रणाम तुमको
फिर घर के बुजृगों को
हे मोबाइल देवा
स्वामी जय मोबाइल देवा -2
चाहे हम ना मिलते अपने रिश्तेदारों से
पर एक दिन भी ना छोड़ें मिलना तुम्हारे सगे वालों से
दंडवत फेसबुक बाबा ,प्रणाम इंस्टा ताऊ
कैसे हैं व्हाट्सप्प भैया ,और टेलीग्राम काका
हे मोबाइल देवा
स्वामी जय मोबाइल देवा -3
बेड टी हो या नाश्ता
या हो लंच या डिनर
कानों में लीड वाली मौसी
फिर किस बात का डर
हे मोबाइल देवा
स्वामी जय मोबाइल देवा -4
जबसे तुम हो आये
कैमरे -कॉपी -नोटबुक हुए दफ़न
झूठ बोलना हम सीखे
तुमको शत शत नमन
हे मोबाइल देवा
स्वामी इस मोबाइल देवा -5
रिश्ते नातों में दूरियां सब तुमको भातिं
सुकून -चैन -नींद सब छिना
तुम बन गए प्राणप्रिया साथी
हे मोबाइल देवा
स्वामी जय मोबाइल देवा -6
तुम हो दुनिया मुट्ठी में
और अवगुणों का भंडार
नई पीड़ी सीख रही
तुमसे ही हर व्यवहार
हे मोबाइल देवा
स्वामी जय मोबाइल देवा -7
आज मात पिता तुम मेरे
तुम ही हो बंधू सखा
चारों पहर तुम्हें अर्पण
क्या लागे मेरा
जय मोबाइल देवा
स्वामी जय मोबाइल देवा -8
तुम्हारे बिना यज्ञ न होवे -और ना कोई पूजा
तुम्हारे बिना रिश्ते ना बनते
जय मोबाइल देवा
स्वामी जय मोबाइल देवा -9
बोलो मोबाइल देवता की जय
नोकिया और मोटोरोला देव की जय
सैमसंग और एम् आई देव की जय
बोलो सच्चे नेटवर्क वाले एयरटेल की जय
दूरदराज वाले वोडाफोन की जय
गली गली जिओ देव की जय
कलयुग के सच्चे भगवान की जय -10
सभी भक्तजनों भक्तजनो से निवेदन है की प्रसाद रूपी सिम कार्ड लेकर जाएँ
और अमृत एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए निरंतर रिचार्ज कराएं
आज की चारोँ दिशाओं और वास्तु मोबाइल की जय
सभी संगत अंत में हाथ उठाकर हमारी नींद -सुकून -शांति छीनने वाले मोबाइल भगवान की जय बोलेंगे
हे मोबाइल देवा
स्वामी जय मोबाइल देवा -11
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान