मोदी मुक्तक —-आर के रस्तोगी
दे दो गालियाँ जितनी तुम अब मुझको |
कोई फर्क नहीं पड़ता सुनने में मुझको ||
तय कर लिया है देश को आगे बढ़ाने का |
हिम्मत हैं तो रोक कर दिखाओ मुझको ||
मत पूछो,आजादी कैसे ली थी हमने |
कुर्बानी दे कर आजादी ली थी हमने ||
गीत गाते है आज हम उन्ही दिवानो के
जिन्हें खोकर पाया है ये वतन हमने | |
आर के रस्तोगी
मो 9971006425