Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2024 · 2 min read

मोदी को सुझाव

#अपेक्षाएं

मोदीजी अब आप अपने इस व्यर्थ के विनम्र रूप को त्यागकर उस कार्य को कीजिये जिसकी आपसे अपेक्षाएं हैं–

1)परिवार नियोजन कानून:- अगर किसी भी दंपत्ति के दो से ज्यादा बच्चे हों तो वह किसी भी सरकारी योजना का लाभार्थी नहीं होगा । साथ ही उस दंपत्ति का वोटिंग अधिकार निरस्त किया जाए।

2)वोटिंग कानून:- मतदाता द्वारा मतदान न कर पाने का औचित्यपूर्ण कारण एफीडेविड पर देना अनिवार्य हो और जो न दे सके उसका मताधिकार अगले विधानसभा व लोकसभा चुनावों के लिए निरस्त कर दिया जाए।

3)सिविल सेवा कानून:-हिटलर ने माइन काम्फ में लिखा था कि अंग्रेजों को भारत तब छोड़ना पड़ेगा जब सिविल सेवा में भारतीयों का प्रभुत्व हो जाएगा और मुस्लिम इसी नीति पर चल रहे हैं। उर्दू साहित्य के कारण व जामिया मिलिया एएमयू के प्रोफेसर व मुसलिम प्रोफेसर मुस्लिम अभ्यर्थियों को हनक कर नम्बर दे रहे हैं तो ऐसी स्थिति में उनकी संख्या बढ़ रही है।

यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी अभ्यर्थियों की उत्तरपुस्तिकाएं क्रॉस चैक की जाएं ताकि इस सिविल सेवा जेहाद को रोका जा सके।

4)लव जेहाद विरोधी कानून:- यदि कोई भी अपनी धार्मिक पहचान छुपाता पाया जाए तो उसके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही हो।

5)यूसीसी:- संभव हो तो इसे इन्हीं सौ दिन में सदन में प्रस्तुत करें, भले ही सरकार रहे या जाए। अगर आप इन सौ दिनों में विनिवेशी करण को ही अपना तूफानी निर्णय मान रहे हैं तो आप इतिहास में जनता को मूर्ख मानने वाले आत्ममुग्ध शासक के रूप में जाने जाएंगे।

ध्यान खूब कर लिया,
विकास बहुत कर लिया,
अर्थव्यवस्था बहुत सुधार ली,

अब उठिए और उस समस्या के विरुद्ध ठोस कदम उठाइये जिसके विरुद्ध भारत 654 ई. से संघर्ष कर रहा है और वह है -इस्लाम।

और मेहरबानी करके जफर सरेशवाला जैसे आस्तीन के साँपों को दूर रखिये और इस बार ‘अब्बास’ की कहानी सुनाकर इमोशनल होने का नाटक बंद कीजिए क्योंकि इन इमोशनल नाटकों की असलियत मुस्लिम भी जानते हैं और हम भी।

82 Views

You may also like these posts

रोम-रोम में राम....
रोम-रोम में राम....
डॉ.सीमा अग्रवाल
"प्रीत-बावरी"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
संगिनी
संगिनी
Neelam Sharma
"युद्ध के परिणाम "
Shakuntla Agarwal
कलम
कलम
Roopali Sharma
उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं - संदीप ठाकुर
उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
माँ-बाप का कर्ज़
माँ-बाप का कर्ज़
Sagar Yadav Zakhmi
मैंने उनका जाना भी देखा है जिनके जानें जाती थी जान अब मुझे क
मैंने उनका जाना भी देखा है जिनके जानें जाती थी जान अब मुझे क
Vishvendra arya
"आस"
Dr. Kishan tandon kranti
बचपन की मोहब्बत
बचपन की मोहब्बत
Surinder blackpen
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
Rj Anand Prajapati
4635.*पूर्णिका*
4635.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हीरा
हीरा
Poonam Sharma
"कोई क्या समझाएगा उसे"
Ajit Kumar "Karn"
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*झगड़े बच्चों में कहॉं चले, सब पल-दो पल की बातें हैं (राधेश्
*झगड़े बच्चों में कहॉं चले, सब पल-दो पल की बातें हैं (राधेश्
Ravi Prakash
मात - पिता से सीख
मात - पिता से सीख
राधेश्याम "रागी"
*Monuments Tall*
*Monuments Tall*
Veneeta Narula
इक्षाएं
इक्षाएं
शिवम राव मणि
चढ़ा नहीं दिल की कभी,जो मेरी दहलीज ।।
चढ़ा नहीं दिल की कभी,जो मेरी दहलीज ।।
RAMESH SHARMA
कार्यशैली और विचार अगर अनुशासित हो,तो लक्ष्य को उपलब्धि में
कार्यशैली और विचार अगर अनुशासित हो,तो लक्ष्य को उपलब्धि में
Paras Nath Jha
Festival Of Lights Goa Parra Village
Festival Of Lights Goa Parra Village
Sonam Puneet Dubey
नागिन
नागिन
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कफन
कफन
Mukund Patil
প্রশংসা
প্রশংসা
Arghyadeep Chakraborty
😊😊फुल-फॉर्म😊
😊😊फुल-फॉर्म😊
*प्रणय*
हम बंधन में रहकर भी मुक्ति का आनंद उठा सकते हैं, बस हमें परि
हम बंधन में रहकर भी मुक्ति का आनंद उठा सकते हैं, बस हमें परि
Ravikesh Jha
क्यूँ मन है उदास तेरा
क्यूँ मन है उदास तेरा
योगी कवि मोनू राणा आर्य
यादों पर एक नज्म लिखेंगें
यादों पर एक नज्म लिखेंगें
Shweta Soni
शेष न बचा
शेष न बचा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...