मोदी की जीत के बाद के देखने वाले द्रश्य —आर के रस्तोगी
मोदी सरकार तीन सौ पचास के पार |
विपक्षी दलों में मच गया है हाहाकार ||
कितना मचा लो तुम सब हाहाकार |
अब नहीं बदल सकता है चौकीदार ||
रायबरेली की सीट लेकर क्या नाचेगी |
अब तो वह सीधा इटली को भागेगी ||
प्रज्ञा ठाकुर ने दे दी दिग्विजय को मात |
अब कैसे कटेगी दिग्विजय की दिन रात ||
स्मृति इरानी ने किया है ऐसा प्रहार |
राहुल भैया हो गया अमेठी से बाहर ||
माया ममता और महबूबा रो रही है |
अपने कर्मो को वे सब भोग रही है ||
मिला नहीं अब आँसू पोछने वाला |
आया नहीं कोई रुमाल देने वाला ||
“आप” पाप की कमाई खा रहा है |
इसलिए केजरी झाड़ू लगा रहा है ||
झाड़ू ने आप को कर दिया है साफ़ |
अब दिल्ली जल्द हो जायेगी साफ़ ||
हाथी थक कर साईकिल पर बैठ गया है |
साईकिल का भी चकना चूर हो गया है ||
ई वी एम का हो गया अब खत्म खेल |
सब पार्टिया खेल रही अपना ही खेल ||
महागठबंधन ने था कुनबा जोड़ा |
कही की ईट थी कहीं का था रोड़ा ||
महागठबंधन की खुल गयी है गाँठ |
अब किससे करेगा कौन साठ-गाँठ ||
यह तो केवल कलम का ही व्यंग है |
किसी पार्टी से मेरा कोई नहीं संग है ||
आर के रस्तोगी