मै जिया ______ सबके लिए — कविता
मै जिया ____ सबके लिए
समझा मुझे ____’ किसी किसी ने।
गम में उनके ___ मै शरीक था,
खुशियों में मेरी _____ वे नजर नहीं आए।।
मैंने कहा ______ आपका हूं।
भरोसा ______ वे कर नहीं पाए।।
सोचता हूं ____अब भी सबके लिए।
मेरे बारे में ______ कोई सोचे न सोचे।।
जिंदगी का _______ वह मुकाम।
आज भी ____ खोज रहा मै काम।
हे जिंदगी ___ नहीं चाहिए आराम।
नेक राहों पर ____ चलता रहूं अविराम।
सभी तो मेरे लिए_____ एक समान।
क्योंकि,
मै जिया ______ सबके लिए।।
राजेश व्यास अनुनय