मै और तुम !
ये क्या हो रहा है मुझे
जब से तुम्हे देखा है
दिल करता है
बस तुम और मैं
और
हमारी कभी ना खत्म हो बाते।
ना तो तुम्हारी आवाज सुनी है
न ही हम मिले है ।
फिर भी ना थमने वाले
हमारी बातों के सिलसिले है।
तुम बहुत ही प्यारी हो
बहुत ही अच्छी,
ये मेरे दिल की बात है
हमारी बातों से ही मुलाकात है ।
तुम्हारी आँखे बोलती है
तुम्हारे लबो की भाषा
जगाती है दिल में
एक नयी आशा ।
दूरिया मिलो की है
फासले नहीं है पर
तुम पर कर दू मैं
हर ख़ुशी न्योछावर ।
बिना नाम का ये बंधन
अब हमेशा बना रहे
दिलो में हमारे
एक दिया जला रहे ।