मैरिज ब्यूरो का चक्कर बड़ा है खराब …
अपने भाग्य का पता नहीं ,
दूसरों के भाग्य संवारने का दम भरते हैं।
वैवाहिक रिश्ते करवाने वाले यह,
स्वर्ग में बनी जोड़ियों को मिलाने का दावा करते है।
जोड़ी मिल जाए तब विवाह तय करने की ,
मोटी रकम वसूल करते है ।
भविष्य में कोई कैसा निकलेगा ,निभेगी या नहीं ,
इसकी गारंटी कहां यह लेते है ।
रिश्ते करवाने का यह पुण्य था कभी ,
अब व्यापार बन चुका है ।
दो जिंदगियों की बिसात पर खेले जाने वाला,
खेल जुआ बन चुका है ।
अब कोई उजड़े या बसे इनकी बला से ,
इनकी तो जेबें गर्म हो गई न !
मेल गलत हो गया तो इनपर तोहमत क्या ,
अदालत और पुलिस प्रशासन कर सकते कुछ न ।
गली गली में सजी पड़ी है दुकानें ,
बड़े बड़े बैनरों के साथ लुभावने शब्दों से सजाकर।
मगर जब कोई जाए इनके संपर्क में,
वापस आए सब कुछ लुटाकर ।
कहते है हम आपसे सविनय निवेदन कर ,
अपनी पुत्री / पुत्र हेतु रिश्ते देखें ,
मगर जरा आंखें खोल कर ।
अपने स्वजनों की मदद लें बेशक ,
मगर न लें सहारा इन मैरिज ब्यूरों का ,
बिना सत्यता को परखे बगैर।
क्योंकि यह आपकी संतान की जिंदगी ,
का सवाल है आखिरकार ।
बेहतर तो और भी होगा ,संताने खुद ,
सर्व समर्थ और सयाना होकर,
अपना जीवन साथी स्वयं तलाश करें।
अन्यथा माता पिता अपने विश्वसनीय मित्रों ,
या रिश्तेदारों की सहायता से
सुयोग्य वर / वधु की तलाश करें ।
परंतु इन मैरिज ब्यूरो के चक्कर में कभी ना पड़ें।