मैया के दरबार में ____ घनाक्षरी
दुर्गे कहो अंबे कहो, चाहे जगदंबे कहो।
सब कुछ मिलेगा मैया के दरबार में।।
आओ मैया को मनाएं ,जयकारा भी लगाएं।
आरती उतारे हम, मैया के दरबार में।।
मैया झोली तो भरेगी, नैया पार भी करेगी।
चले आओ चले आओ, मैया के दरबार में।।
लगा नो दिनों का मेला, काहे रहे तू अकेला।
भक्तों का लगा है रेला, मैया के दरबार में।।
राजेश व्यास अनुनय