मैया का जगराता- भजन- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
मैया का जगराता
आज आना पड़ेगा मैया, वीर हनुमत को संग लाना।
मेरी मैया शेरो वाली, मेरे जगराते में आना।।
मैया के जगराते में आज, झूम कर नाचू मैं गाऊँ
भूल कर दुख सारे अपने, लाल मेहंदी मैं लगाऊँ
लगा दो पार मेरी नैया, साथ भैरो जी तुम लाना।
मेरी मैया शेरो वाली, मेरे जगराते में आना।।
तू ही अम्बे तू ही काली, तुम्ही से जग में खुशहाली
रुप नौ लेकर आना माँ, मेरी मैया शेरोवाली
लगाए आस भक्त तेरे, जगत खुशियों से भर जाना।
मेरी मैया शेरो वाली, मेरे जगराते में आना।।
जोत हाथों में लेकर माँ, सदा दर तेरे मैं आऊँ
भरो झोली मेरी मैया, भेंट तुझको मैं चढ़ाऊँ
भजन तेरे सुने बिन माँ, नहीं मुझको कहीं जाना।
मेरी मैया शेरो वाली, मेरे जगराते में आना।।
© अरविन्द भारद्वाज