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28 Dec 2024 · 1 min read

मैदानी क्षेत्र में जैसे नदिया बहती

मैदानी क्षेत्र में जैसे नदिया बहती
रहकर मौन बहुत कुछ कहती
बहती रहती वह शांत भाव से
संघर्ष किए बिन, बिना दुराव से
-आचार्य शीलक राम

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