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3 Jan 2022 · 1 min read

मैं

दहकती आग की ज्वाला हू मैं
बहते पानी की धारा हूं मैं
तपती धूप की रोशनी हूं मैं
गहरे पेड़ की छाया हूं मैं

आखों से बहते अश्क का कतरा हूं मैं
लबों पर आती मुस्कान हूं मैं
गुस्से में बढने वाला ताप हूं मैं
समझदारी की मिसाल हूं मैं

रात को जो आए वो ख्वाब हूं मैं
टूटे दिल की दास्तां हूं मैं
अधूरी कहानी का पूरा हिस्सा हूं मैं
प्यार की गहरी खाई हूं मैं

जीने के लिए जरूरी हिस्सा हूं मैं
हर पल चलने वाली सांस हूं मैं
हवा सा अनदेखा अहसास हूं मैं
धड़कते दिल की आवाज”कोमल” हुं मैं

Komal Swami”दिल की आवाज”
From
Jaipur

Language: Hindi
5 Likes · 4 Comments · 322 Views

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