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21 Aug 2021 · 1 min read

मैं हूं पर नहीं हूं

मैं हूं पर
मुझे लगता है
मैं नहीं हूं
मेरे अस्तित्व का
कोई महत्व है
यह अहसास तो मेरे
मां बाप ही मुझे कराते थे
अब तो मैं एक बेकार की
वस्तु हूं
घर के किसी कोने में
तन्हा पड़ी हुई
जिससे भी बोलो
वह दिल तोड़ने वाली बातें ही
करता है
सच में
इस दुनिया में
मां बाप जैसा कोई दूसरा नहीं हो
सकता।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 245 Views
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