मैं हूँ कि मैं मैं नहीं हूँ
मैं हूँ कि मैं मैं नहीं हूँ
तूँ हर जगह मैं कहीं नहीं हूँ
मेरी सांसों में धड़कने वाले सुन
तूँ आस्मां से ऊँचा मैं जमीं नहीं हैँ
मैं हूँ कि मैं मैं नहीं हूँ
तूँ हर जगह मैं कहीं नहीं हूँ
मेरी सांसों में धड़कने वाले सुन
तूँ आस्मां से ऊँचा मैं जमीं नहीं हैँ