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25 Sep 2023 · 1 min read

“मैं सोच रहा था कि तुम्हें पाकर खुश हूं_

“मैं सोच रहा था कि तुम्हें पाकर खुश हूं_
पर ,
तुम खुद अपनी खुशियां ढूंढ रहे हो।”
राजेश व्यास “अनुनय”

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