Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2023 · 1 min read

मैं साहिल पर पड़ा रहा

मैं साहिल पर पड़ा रहा
किसी घायल परिंदे की तरह
वह मिली मुझे तूफानों में
अस्सी घाट की लहरों की तरह
साहिल अहमद

1 Like · 396 Views

You may also like these posts

दरिंदगी के ग़ुबार में अज़ीज़ किश्तों में नज़र आते हैं
दरिंदगी के ग़ुबार में अज़ीज़ किश्तों में नज़र आते हैं
Atul "Krishn"
24/252. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/252. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जियो हजारों साल
जियो हजारों साल
Jatashankar Prajapati
मनुष्य की महत्ता...
मनुष्य की महत्ता...
ओंकार मिश्र
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 21 नव
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 21 नव
Shashi kala vyas
"बेखबर हम, नादान तुम " अध्याय -2 "दुःख सच, सुख मात्र एक आधार है |"
कवि अनिल कुमार पँचोली
* अंदरूनी शक्ति ही सब कुछ *
* अंदरूनी शक्ति ही सब कुछ *
Vaishaligoel
दीप का सच
दीप का सच
Neeraj Agarwal
बचपन के दिन
बचपन के दिन
Surinder blackpen
"राष्टपिता महात्मा गांधी"
Pushpraj Anant
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
Ranjeet kumar patre
GM
GM
*प्रणय*
दोनों की सादगी देख कर ऐसा नज़र आता है जैसे,
दोनों की सादगी देख कर ऐसा नज़र आता है जैसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
स्टेटस
स्टेटस
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कैसी निःशब्दता
कैसी निःशब्दता
Dr fauzia Naseem shad
रीत की वात अवं किनखs भावज
रीत की वात अवं किनखs भावज
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
प्रसिद्ध मैथिली साहित्यकार आ कवि पं. त्रिलोचन झा (बेतिया चम्पारण जिला )
प्रसिद्ध मैथिली साहित्यकार आ कवि पं. त्रिलोचन झा (बेतिया चम्पारण जिला )
श्रीहर्ष आचार्य
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
अंसार एटवी
प्यार करने वाले
प्यार करने वाले
Pratibha Pandey
"सफ़र"
Dr. Kishan tandon kranti
You don’t have to fake a smile this Christmas if your heart
You don’t have to fake a smile this Christmas if your heart
पूर्वार्थ
मंदिर में मिलेगा न शिवालों में  मिलेगा
मंदिर में मिलेगा न शिवालों में मिलेगा
Shweta Soni
दूरियां
दूरियां
Manisha Bhardwaj
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सुना है फिर से मोहब्बत कर रहा है वो,
सुना है फिर से मोहब्बत कर रहा है वो,
manjula chauhan
22. We, a Republic !
22. We, a Republic !
Ahtesham Ahmad
तुम पर क्या लिखूँ ...
तुम पर क्या लिखूँ ...
Harminder Kaur
" पीती गरल रही है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
ध्येय बिन कोई मंज़िल को पाता नहीं
ध्येय बिन कोई मंज़िल को पाता नहीं
Dr Archana Gupta
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
Loading...